महाराष्ट्र की 13वीं विधानसभा का कामकाज
महाराष्ट्र की 14वीं विधानसभा के चुनाव 21 अक्टूबर, 2019 को होंगे। 13वीं विधानसभा का सत्र अक्टूबर 2014 से सितंबर 2019 के दौरान संचालित हुआ था। इस नोट में 2015 से 2018 के बीच 13वीं विधानसभा के कामकाज का विश्लेषण किया गया है (इसमें 2016 का दूसरा सत्र शामिल नहीं है, चूंकि हमें इसका डेटा उपलब्ध नहीं हुआ था)। |
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विधानसभा ने अपने निर्धारित समय का 112% कार्य किया |
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· सत्र के दौरान सोमवार से शुक्रवार, कुल 6 घंटे प्रतिदिन विधानसभा की बैठक होती है। 13वीं विधानसभा ने निर्धारित समय का 112% कार्य किया, यानी प्रति दिन औसत 6 घंटे 44 मिनट। · सबसे अधिक उत्पादक सत्र 2015 का पहला सत्र था (निर्धारित समय का 139%), इसके बाद 2017 का चौथा सत्र (130%)। 2017 के पहले सत्र की उत्पादकता सबसे कम (निर्धारित समय का 64%) थी, इसके बाद 2017 का दूसरा सत्र आता है (67%)। · पिछले पांच वर्षों में विधानसभा की कुल 222 दिन बैठक हुई। यह प्रति वर्ष औसत 44 दिन हैं जोकि अधिकतर राज्यों की विधानसभाओं से अधिक हैं। |
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53% विधायकों की आयु 55 वर्ष से कम |
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· महाराष्ट्र राज्य विधानसभा में कुल 288 निर्वाचित सदस्य हैं और एक नामित सदस्य एंग्लो-इंडियन समुदाय का है। · 47% विधायकों की आयु 41 से 55 वर्ष के बीच है और 42% सदस्य 56 से 70 वर्ष के बीच के हैं। · 43% विधायकों ने हायर सेकेंडरी स्तर तक की शिक्षा ग्रहण की है। 53% विधायकों के पास बैचलर और उससे उच्च डिग्री है जिनमें से 10% पोस्ट ग्रैजुएट और 2% डॉक्टरेट हैं। |
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7% तारांकित प्रश्नों को मौखिक उत्तर मिले |
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Note : Sessions 2016 – III and 2017 – II had one and three days of functioning respectively. |
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· विधानसभा प्रत्येक दिन प्रश्न काल से प्रारंभ होती है। इसके जरिए सदस्य सरकार को उसकी नीतियों और कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराते हैं। · संबंधित मंत्री तारांकित प्रश्न का मौखिक उत्तर देता है। 2015 और 2018 के बीच, 2016 के दूसरे सत्र को छोड़कर, कुल 9,548 तारांकित प्रश्नों को मंजूरी मिली। मंत्री द्वारा 7% प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए। |
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सदन में आधे घंटे की 46 चर्चाएं हुईं |
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· अगर किसी प्रश्न के उत्तर को अधिक स्पष्टीकरण की जरूरत होती है तो विधायक उस पर आधे घंटे की चर्चा की मांग कर सकता है। · 2015 से 2018 के बीच, 2016 के दूसरे सत्र को छोड़कर, आधे घंटे की चर्चा के कुल 575 नोटिस दिए गए। · इनमें से 350 नोटिस मंजूर किए गए और 46 पर सदन में चर्चा हुई। · सदन के प्रत्येक सत्र में आधे घंटे की औसत 3.5 चर्चाएं हुईं। |
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सदन में 371 ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा की गई |
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· एक विधायक, अपनी व्यक्तिगत क्षमता में, सार्वजनिक महत्व के किसी मुद्दे पर मंत्री का ध्यान आकर्षित कर सकता है जिस पर मंत्री अपनी प्रतिक्रिया देता है। · 2015 से 2018 के बीच ध्यानाकर्षण प्रस्तावों के 27,585 नोटिस प्राप्त किए गए और 1,121 नोटिसों को मंजूर किया गया। · सदन में 371 ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा की गई। |
Sources: Maharashtra Legislative Assembly website (http://www.mls.org.in) and Maharashtra Legislative Assembly’s Brief Report on working of Assembly from 2015 to 2018. The report for the second session of 2016 is not available with us; this analysis does not include the data from that session. Age of members in 2019 has been calculated using their age in candidate affidavit data from the Association for Democratic Reforms (http://www.myneta.info).
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