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18वीं लोकसभा का प्रोफाइल

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18वीं लोकसभा का प्रोफाइल

18वीं लोकसभा के चुनावी नतीजे 4 जून, 2024 को घोषित किए गए। सभी 543 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए नतीजे घोषित किए गए हैं। इस नोट में 18वीं लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों का प्रोफाइल प्रस्तुत है।

240 सीटों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी, इसके बाद कांग्रेस की 99 सीटें

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नोट: अंतिम नोट में पार्टियों के नाम देखें। SS(UBT) 2019 में SS का हिस्सा थी (2019 में 18 सीट), NCP-SP उस समय NCP का हिस्सा थी (पांच सीट), और LJPRV लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल थी (छह सीट)। इस रेखाचित्र में केवल कम से कम पांच सीट जीतने वाली पार्टियां और निर्दलीय शामिल हैं।

  • भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 240 सीटों के साथ 18वीं लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी है।  अगली सबसे बड़ी पार्टी 99 सीटों के साथ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) है, उसके बाद समाजवादी पार्टी (37 सीटें) है।

  • 41 पार्टियों के उम्मीदवार चुने गए हैं। 2019 में लोकसभा में 36 पार्टियों का प्रतिनिधित्व था। राष्ट्रीय पार्टियों ने 346 सीटें (64%) जीती हैं। जिन राज्य पार्टियों को कम से कम एक राज्य में मान्यता प्राप्त है, उन्होंने 179 सीटें (33%) जीती हैं। 11 सीटें गैर-मान्यता प्राप्त पार्टियों ने और सात सीटें निर्दलियों ने जीती हैं।

52% नवनिर्वाचित सांसद लोकसभा में पहली बार चुने गए हैं

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  • 18वीं लोकसभा के लिए चुने गए 262 सांसद पहले भी लोकसभा सदस्य रह चुके हैं। अन्य में से 16 राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। दो सांसदों ने लोकसभा में सात कार्यकाल पूरे किए हैं। [1]

  • 2016 मौजूदा सांसद, दोबारा चुने गए हैं। इनमें से आठ ने अपना निर्वाचन क्षेत्र बदला है। एक सांसद दो निर्वाचन क्षेत्रों से जीते हैं, जिसमें से निर्वाचन क्षेत्र उनका पहले वाला निर्वाचन क्षेत्र है।

  • दोबारा चुए गए नौ सांसद 17वीं लोकसभा में किसी दूसरी पार्टी का प्रतिनिधित्व करते थे। आठ ने ऐसी पार्टियों का प्रतिनिधित्व किया, जो उनकी पहले की पार्टी से टूट कर बनी।

  • चुनाव लड़ने वाले 53 मंत्रियों में से 35 ने जीत हासिल की है।

संसद में बड़ी उम्र वाले सांसदों की संख्या बढ़ रही है

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  • 18वीं लोकसभा के लिए चुने गए सांसदों की औसत आयु 56 वर्ष है; 17वीं लोकसभा में यह औसत 59 वर्ष था।

  • 11% सांसद 40 वर्ष या उससे कम उम्र के हैं, और 38% सांसद 41 से 55 वर्ष की आयु के बीच हैं, 52% सांसद 55 वर्ष से अधिक उम्र के हैं। सबसे उम्रदराज सांसद 82 वर्ष के हैं। 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित तीन सांसदों की उम्र 25 वर्ष है।

14% महिला सांसद, 2019 से कोई खास बदलाव नहीं

  • 18वीं लोकसभा में 74 महिला सांसद (14%) निर्वाचित हुई हैं। यह 2019 की तुलना में थोड़ा कम है, जब 78 महिलाएं चुनी गईं थीं। इनमें से 16% महिला सांसद 40 वर्ष से कम उम्र की हैं।  

  • 41% महिला सांसद (30 सांसद) पहले लोकसभा की सदस्य रह चुकी हैं। अन्य में से एक सांसद राज्यसभा सदस्य रही हैं।

  • हालांकि पिछले कुछ वर्षों में लोकसभा में महिलाओं की संख्या में धीमी वृद्धि हुई है लेकिन भारत अभी भी कई देशों से पीछे है। उदाहरण के लिए दक्षिण अफ़्रीका में 46%, ब्रिटेन में 35% और संयुक्त राज्य अमेरिका में 29% महिला सांसद हैं।

 

78% नवनिर्वाचित सांसदों ने स्नातक शिक्षा पूरी की है

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  • 18वीं लोकसभा में 78% सांसदों ने कम से कम स्नातक शिक्षा पूरी की है। नवनिर्वाचित महिला सांसदों के लिए भी यही अनुपात है।

  • पहली लोकसभा से 11वीं लोकसभा (1996-98) तक स्नातक शिक्षा पूरी करने वाले सांसदों का अनुपात लगातार बढ़ता गया। इसके बाद से ऐसे सांसदों का अनुपात बढ़ता गया, जो कॉलेज नहीं गए हैं। हालांकि 17वीं लोकसभा में यह आंकड़ा 27% से घटकर 18वीं लोकसभा में 22% हो गया है।

  • 18वीं लोकसभा में 5% सांसदों के पास डॉक्टोरल डिग्री है, जिनमें तीन महिला सांसद हैं।

कई सांसदों ने कृषि और समाज सेवा को अपना पेशा बताया

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 नोट: उपरोक्त रेखाचित्र में कॉलम वैल्यू का जोड़ 100% नहीं हो सकता है, क्योंकि कई सांसदों ने एक से अधिक पेशे की बात कही है। इनमें से प्रत्येक की अलग-अलग गणना की गई है। 

  • 18वीं लोकसभा में निर्वाचित सांसदों का सामान्य पेशा कृषि और समाज सेवा है।

  • छत्तीसगढ़ के 91%, मध्य प्रदेश के 72% और गुजरात के 65% सांसदों ने कृषि को अपना एक पेशा बताया है।

  • 18वीं लोकसभा में निर्वाचित 7% सांसद वकील हैं, और 4% मेडिकल प्रैक्टीशनर।

नोट: BJP-भारतीय जनता पार्टी, INC-भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, SP-समाजवादी पार्टी, TMC-अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस, DMK-द्रविण मुनेत्र कषगम, TDP-तेलुगू देशम पार्टी, JD(U)-जनता दल (युनाइटेड), SS (UBT)-शिवसेना (उद्धव बाल ठाकरे), NCP-SP (नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार), SS-शिवसेना, LJPRV-लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), IND-निर्दलीय।

*इस आंकड़े में 7 जून, 2024 को संशोधन किया गया है।

स्रोत: ईसीआई; ‘सिक्सटी ईयर्स ऑफ लोकसभा: अ स्टडी’, लोकसभा सचिवालय; लोकसभा और राज्यसभा की वेबसाइट्स; इंटर-पार्लियामेंटरी यूनियन परलाइन डेटाबेस (https://data.ipu.org/women-ranking/?date_year=2024&date_month=04), 1 अप्रैल, 2024 तक के आंकड़े; पीआरएस।

     

अस्वीकरणः प्रस्तुत रिपोर्ट आपके समक्ष सूचना प्रदान करने के लिए प्रस्तुत की गई है। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च (पीआरएस) के नाम उल्लेख के साथ इस रिपोर्ट का पूर्ण रूपेण या आंशिक रूप से गैर व्यावसायिक उद्देश्य के लिए पुनःप्रयोग या पुनर्वितरण किया जा सकता है। रिपोर्ट में प्रस्तुत विचार के लिए अंततः लेखक या लेखिका उत्तरदायी हैं। यद्यपि पीआरएस विश्वसनीय और व्यापक सूचना का प्रयोग करने का हर संभव प्रयास करता है किंतु पीआरएस दावा नहीं करता कि प्रस्तुत रिपोर्ट की सामग्री सही या पूर्ण है। पीआरएस एक स्वतंत्र, अलाभकारी समूह है। रिपोर्ट को इसे प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के उद्देश्यों अथवा विचारों से निरपेक्ष होकर तैयार किया गया है। यह रिपोर्ट मूल रूप से अंग्रेजी में तैयार की गई है। हिंदी रूपांतरण में किसी भी प्रकार की अस्पष्टता की स्थिति में अंग्रेजी की मूल रिपोर्ट से इसकी पुष्टि की जा सकती है।

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