वाइटल स्टैट्स
संसद के 70 वर्ष
13 मई, 2022 को संसद ने अपनी बैठक के 70 वर्ष पूरे किए हैं। लोकसभा और राज्यसभा के पहले सत्र 13 मई, 1952 को आयोजित किए गए थे। यह 17वीं लोकसभा (2019-2024) है। इस नोट में हम बता रहे हैं कि पहले सत्र के बाद से संसद की सदस्यता और कामकाज में क्या बदलाव हुए हैं।
लोकसभा में कम युवा संसद; महिला सांसदों की संख्या में धीमी वृद्धि |
|
|
|
|
|
उच्च शिक्षा प्राप्त सांसद अधिक |
|
|
|
|
|
प्रत्येक सांसद अब अधिक नागरिकों का प्रतिनिधित्व करता है |
||
|
|
|
संसद की बैठकें कम दिन होती हैं, कम बिल पारित किए जाते हैं |
||
|
|
|
|
|
|
गैर सरकारी सदस्यों के बिलों पर चर्चा कम हुई |
||
|
||
|
|
लोकसभा में बजट पर चर्चा में कमी आई |
||
|
|
|
11वीं लोकसभा के बाद हाल के वर्षों में विश्वास मत कम ही पड़े |
||
|
|
स्रोत: लोकसभा और राज्यसभा के बुलेटिन; संसदीय मामलों के मंत्रालयों की स्टैटिस्टिकल हैंडबुक, 2022; पीआरएस।
अस्वीकरणः प्रस्तुत रिपोर्ट आपके समक्ष सूचना प्रदान करने के लिए प्रस्तुत की गई है। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च (पीआरएस) के नाम उल्लेख के साथ इस रिपोर्ट का पूर्ण रूपेण या आंशिक रूप से गैर व्यावसायिक उद्देश्य के लिए पुनःप्रयोग या पुनर्वितरण किया जा सकता है। रिपोर्ट में प्रस्तुत विचार के लिए अंततः लेखक या लेखिका उत्तरदायी हैं। यद्यपि पीआरएस विश्वसनीय और व्यापक सूचना का प्रयोग करने का हर संभव प्रयास करता है किंतु पीआरएस दावा नहीं करता कि प्रस्तुत रिपोर्ट की सामग्री सही या पूर्ण है। पीआरएस एक स्वतंत्र, अलाभकारी समूह है। रिपोर्ट को इसे प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के उद्देश्यों अथवा विचारों से निरपेक्ष होकर तैयार किया गया है। यह सारांश मूल रूप से अंग्रेजी में तैयार किया गया था। हिंदी रूपांतरण में किसी भी प्रकार की अस्पष्टता की स्थिति में अंग्रेजी के मूल सारांश से इसकी पुष्टि की जा सकती है।