वाइटल स्टैट्स
भारत में प्रत्यक्ष कर
आय-कर बिल, 2025 को फरवरी 2025 में लोकसभा में पेश किया गया था। इसका उद्देश्य आय-कर एक्ट, 1961 का स्थान लेना है। इस लिहाज में इस नोट में प्रत्यक्ष कर संग्रह के रुझानों पर नज़र डाली गई है जिसमें आयकर (व्यक्तियों द्वारा भुगतान) और कॉरपोरेशन कर (कंपनियों द्वारा भुगतान) शामिल हैं।
प्रत्यक्ष कर-जीडीपी का अनुपात बढ़ा है, आयकर संग्रह कॉरपोरेशन कर से अधिक हो गया है |
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स्रोत: वित्तीय वर्ष 2000-01 से 2023-24 तक का टाइम सीरिज़ डेटा, सीबीडीटी; पीआरएस। |
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व्यक्तिगत रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी, हालांकि अभी भी यह आबादी का 6% |
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स्रोत: वित्तीय वर्ष 2000-01 से 2023-24 तक का टाइम सीरिज़ डेटा, सीबीडीटी; पीआरएस। |
स्रोत: आयकर रिटर्न स्टैटिस्टिक्स, निर्धारण वर्ष 2023-24, सीबीडीटी; पीआरएस। |
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प्रभावी कॉरपोरेट कर दर 23%; 0.1% कंपनियों का हिस्सा कॉरपोरेट कर में 50% से अधिक |
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स्रोत: प्राप्ति बजट, 2025-26, वित्त मंत्रालय; पीआरएस। |
स्रोत: ओईसीडी डेटाबेस; पीआरएस। |
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प्रत्यक्ष कर राजस्व में सेस और सरचार्ज का हिस्सा बढ़ा है |
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नोट: 2024-25 के लिए संशोधित अनुमान। |
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कर संग्रह की लागत कम हो गई है; स्वैच्छिक अनुपालन में सुधार हो रहा है |
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स्रोत: वित्तीय वर्ष 2000-01 से 2023-24 तक का टाइम सीरिज़ डेटा, सीबीडीटी; पीआरएस। |
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आयकर अपील के लंबित मामलों की संख्या अधिक, राजस्व अटका हुआ |
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स्रोत: केंद्रीय राजस्व विभाग पर कैग रिपोर्ट: प्रत्यक्ष कर (2024, 2021); पीआरएस। |
लगभग 58% अप्राप्त कॉरपोरेट कर राजस्व विवादग्रस्त, 20% पांच वर्षों से अधिक समय से विवादग्रस्त |
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स्रोत: प्राप्ति बजट, विभिन्न वर्षों के केंद्रीय बजट दस्तावेज, वित्त मंत्रालय; पीआरएस। |
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प्रत्यक्ष कर प्रशासन के अंतर्गत स्वीकृत पदों में से 36% रिक्त |
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स्रोत: अनुदान मांगों (2024-25) पर वित्त संबंधी स्टैंडिंग कमिटी की दूसरी रिपोर्ट, राजस्व विभाग, दिसंबर, 2024, लोकसभा; पीआरएस। |
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नोट: कुछ आंकड़ों में करोड़ और लाख को Cr और L के तौर पर लिखा गया है। |
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