उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने 26 मई, 2022 को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राज्य का बजट प्रस्तुत किया।
बजट के मुख्य अंश
- उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 2022-23 के लिए (मौजूदा कीमतों पर) 20,48,234 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। यह 2021-22 के जीएसडीपी के संशोधित अनुमान से 17.1% अधिक है (17,49,469 करोड़ रुपए)। 2021-22 में जीएसडीपी पिछले वर्ष (मौजूदा कीमतों पर) की तुलना में 9.8% संकुचित होने का अनुमान है।
- 2022-23 में व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) 5,82,956 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 28% अधिक है (4,55,809 करोड़ रुपए)। साथ ही 2022-23 में 32,563 करोड़ रुपए का कर्ज राज्य द्वारा चुकाया जाएगा। 2021-22 में व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) बजट अनुमान से 11% कम रहने का अनुमान है।
- 2022-23 के लिए प्राप्तियां (उधारियों को छोड़कर) 5,01,778 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 32% अधिक है (3,81,063 करोड़ रुपए)। 2021-22 में प्राप्तियां (उधारियों को छोड़कर) बजट अनुमान से 39,609 करोड़ रुपए (9% की कमी) कम होने का अनुमान है।
- 2022-23 के लिए राजकोषीय घाटा 81,178 करोड़ रुपए (जीएसडीपी का 3.96%) पर लक्षित है। संशोधित अनुमानों के अनुसार, 2021-22 में राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 4.27% रहने की उम्मीद है जो जीएसडीपी के 4.17% के बजट अनुमान से कम है।
- 2022-23 के लिए राजस्व अधिशेष 43,124 करोड़ रुपए होने का अनुमान है (जीएसडीपी का 2.11%)। 2021-22 में राज्य को जीएसडीपी के 1.26% के राजस्व अधिशेष का अनुमान है जो जीएसडीपी के 1.07% के बजट अनुमान से अधिक है।
नीतिगत विशिष्टताएं
- किसानों के लिए दुर्घटना बीमा: किसान दुर्घटना कल्याण योजना के तहत लाभार्थियों के दायरे का विस्तार किया गया है ताकि पंजीकृत किसान के परिवार के कमाऊ सदस्यों को इसमें शामिल किया जा सके। योजना के तहत लाभार्थी की दुर्घटना में मृत्यु या विकलांगता की स्थिति में परिवार को पांच लाख रुपए प्रदान किए जाते हैं।
- रोजगार: उत्तर प्रदेश स्टार्टअप नीति, 2019 के अंतर्गत सरकार अगले पांच वर्षों में 100 इंक्यूबेटर और 10,000 स्टार्टअप्स की स्थापना करेगी।
- सोलर स्ट्रीट लाइटिंग: राज्य के सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाने के लिए नई योजना बाबू जी कल्याण सिंह ग्राम उन्नति योजना को शुरू किया गया है।
उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था
|
रेखाचित्र 1 : उत्तर प्रदेश में स्थिर मूल्यों पर (2011-12) जीएसडीपी और विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि
नोट: ये आंकड़े स्थिर मूल्यों (2011-12) के अनुसार हैं जिसका अर्थ है कि वृद्धि दर मुद्रास्फीति के हिसाब से समायोजित की गई है। |
2022-23 के लिए बजट अनुमान
- 2022-23 में 5,82,9565 करोड़ रुपए के व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) का लक्ष्य रखा गया है। यह 2021-22 के संशोधित अनुमान से 28% अधिक है (4,55,809 करोड़ रुपए)। इस व्यय को 5,01,778 करोड़ रुपए की प्राप्तियों (उधारियों को छोड़कर) और 81,178 करोड़ रुपए की शुद्ध उधारियों के माध्यम से पूरा करने का प्रस्ताव है। 2022-23 के लिए प्राप्तियों (उधारियों को छोड़कर) में 2021-22 के संशोधित अनुमान की तुलना में 32% की वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है। 2021-22 में प्राप्तियां बजट अनुमान से 9% कम रहने का अनुमान है।
- 2022-23 में राज्य को 43,124 करोड़ रुपए के राजस्व अधिशेष का अनुमान है जो कि इसकी जीएसडीपी का 2.11% है। इसकी तुलना में 2020-21 में राज्य को जीएसडीपी का 0.12% (2,367 करोड़ रुपए) का राजस्व घाटा होने की उम्मीद है और 2021-22 में जीएसडीपी का 1.26% (22,107 करोड़ रुपए) का राजस्व अधिशेष होने का अनुमान है।
- 2022-23 में 3.96% के राजकोषीय घाटे का अनुमान है जो केंद्रीय बजट 2022-23 में केंद्र सरकार द्वारा अनुमत जीएसडीपी की 4% की सीमा के भीतर है (जिसमें से 0.5% की छूट बिजली क्षेत्र के सुधार पर मिलेगी)। 2021-22 में राज्य ने जीएसडीपी के 4.27% के राजकोषीय घाटे का अनुमान लगाया है जो केंद्र सरकार द्वारा अनुमत जीएसडीपी की 4.5% की सीमा से कम है (जिसमें से 0.5% की छूट बिजली क्षेत्र के सुधार करने पर मिलती है)।
तालिका 1: बजट 2022-23 के मुख्य आंकड़े (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
कुल व्यय |
3,78,711 |
5,50,271 |
4,84,542 |
-12% |
6,15,519 |
27% |
(-) ऋण का पुनर्भुगतान |
26,777 |
38,869 |
28,733 |
-26% |
32,563 |
13% |
शुद्ध व्यय (E) |
3,51,933 |
5,11,402 |
4,55,809 |
-11% |
5,82,956 |
28% |
कुल प्राप्तियां |
3,84,170 |
5,06,182 |
4,70,018 |
-7% |
5,90,952 |
26% |
(-) उधारियां |
86,859 |
85,509 |
88,954 |
4% |
89,174 |
0% |
शुद्ध प्राप्तियां (R) |
2,97,311 |
4,20,672 |
3,81,063 |
-9% |
5,01,778 |
32% |
राजकोषीय घाटा (E-R) |
54,622 |
90,730 |
74,746 |
-18% |
81,178 |
9% |
जीएसडीपी का % |
2.81% |
4.17% |
4.27% |
3.96% |
||
राजस्व संतुलन |
-2,367 |
23,210 |
22,107 |
-5% |
43,124 |
95% |
जीएसडीपी का % |
-0.12% |
1.07% |
1.26% |
2.11% |
||
प्राथमिक घाटा |
17,194 |
47,200 |
32,241 |
-32% |
35,191 |
9% |
जीएसडीपी का % |
0.89% |
2.17% |
1.84% |
1.72% |
नोट: बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान।
स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
2022-23 में व्यय
|
तालिका 2: बजट 2022-23 में व्यय (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
राजस्व व्यय |
2,98,543 |
3,95,130 |
3,56,624 |
-10% |
4,56,089 |
28% |
पूंजीगत परिव्यय |
52,237 |
1,13,768 |
96,481 |
-15% |
1,23,920 |
28% |
राज्यों द्वारा दिए गए ऋण |
1,153 |
2,504 |
2,704 |
8% |
2,947 |
9% |
शुद्ध व्यय |
3,51,933 |
5,11,402 |
4,55,809 |
-11% |
5,82,956 |
28% |
स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
प्रतिबद्ध व्यय: राज्य के प्रतिबद्ध व्यय में आम तौर पर वेतन भुगतान, पेंशन और ब्याज से संबंधित व्यय शामिल होते हैं। बजट के एक बड़े हिस्से को प्रतिबद्ध व्यय की मदों के लिए आबंटित करने से विकास योजनाओं और पूंजीगत परिव्यय जैसी अन्य व्यय प्राथमिकताओं पर फैसला लेने का राज्य का लचीलापन सीमित हो जाता है। 2022-23 में उत्तर प्रदेश द्वारा प्रतिबद्ध व्यय मदों पर 2,76,635 करोड़ रुपए खर्च करने का अनुमान है जो कि इसकी राजस्व प्राप्तियों का 55% है। इसमें वेतन (राजस्व प्राप्तियों का 31%), ब्याज भुगतान (9%), और पेंशन (15%) पर खर्च शामिल है। 2022-23 में प्रतिबद्ध व्यय 2021-22 के संशोधित अनुमान से 28% अधिक होने का अनुमान है। पेंशन में 43% की वृद्धि का अनुमान है जबकि वेतन और ब्याज भुगतान में क्रमशः 28% और 8% की वृद्धि का अनुमान है।
तालिका 3: 2022-23 में प्रतिबद्ध व्यय (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
वेतन |
97,432 |
1,44,345 |
1,19,664 |
-17% |
1,53,570 |
28% |
पेंशन |
48,219 |
68,697 |
53,715 |
-22% |
77,078 |
43% |
ब्याज |
37,428 |
43,530 |
42,504 |
-2% |
45,987 |
8% |
कुल प्रतिबद्ध व्यय |
1,83,080 |
2,56,572 |
2,15,883 |
-16% |
2,76,635 |
28% |
स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
क्षेत्रवार व्यय: 2022-23 के दौरान राज्य के बजटीय व्यय का 61% हिस्सा निम्नलिखित क्षेत्रों के लिए खर्च किया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों द्वारा कितना व्यय किया जाता है, इसकी तुलना अनुलग्नक 1 में प्रस्तुत है।
तालिका 4: उत्तर प्रदेश बजट 2022-23 में क्षेत्रवार व्यय (करोड़ रुपए में)
क्षेत्र |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
बजटीय प्रावधान 2022-23 (बअ) |
शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति |
54,844 |
67,683 |
57,577 |
75,165 |
31% |
|
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण |
21,549 |
32,009 |
26,328 |
40,991 |
56% |
|
परिवहन |
28,238 |
44,255 |
36,002 |
39,864 |
11% |
|
ऊर्जा |
19,647 |
27,248 |
31,980 |
37,566 |
17% |
|
पुलिस |
19,791 |
29,172 |
24,140 |
31,443 |
30% |
|
समाज कल्याण एवं पोषण |
14,753 |
24,420 |
23,466 |
31,239 |
33% |
|
ग्रामीण विकास |
23,247 |
27,455 |
24,883 |
29,541 |
19% |
|
शहरी विकास |
16,386 |
23,980 |
18,349 |
27,111 |
48% |
|
जलापूर्ति एवं सैनिटेशन |
3,569 |
17,439 |
13,775 |
21,733 |
58% |
|
सिंचाई एवं बाढ नियंत्रण |
13,617 |
20,418 |
17,751 |
21,431 |
21% |
|
सभी क्षेत्रों में कुल व्यय का % |
61% |
62% |
61% |
61% |
|
स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
2022-23 में प्राप्तियां
- 2022-23 के लिए कुल राजस्व प्राप्तियां 4,99,213 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 32% अधिक है। इसमें से 2,33,450 करोड़ (47%) राज्य अपने संसाधनों से जुटाएगा, और 2,65,763 करोड़ (53%) केंद्र से प्राप्त होंगे। केंद्र से संसाधन केंद्रीय करों (राजस्व प्राप्तियों का 29%) और अनुदान (राजस्व प्राप्तियों का 24%) में राज्य के हिस्से के रूप में होंगे।
- हस्तांतरण: 2022-23 में राज्य को केंद्रीय करों में हिस्सेदारी के रूप में 1,46,499 करोड़ रुपए प्राप्त होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमानों की तुलना में 28% अधिक है। बजट अनुमानों की तुलना में 2021-22 के संशोधित अनुमानों के अनुसार केंद्र से 4% कम हस्तांतरण की उम्मीद है।
- राज्य का स्वयं कर राजस्व: उत्तर प्रदेश का कुल स्वयं कर राजस्व 2022-23 में 2,10,044 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 38% अधिक है। जीएसडीपी के प्रतिशत के रूप में राज्य का स्वयं कर राजस्व 2020-21 में जीएसडीपी के 6.2% (वास्तविक के अनुसार) से बढ़कर 2022-23 में जीएसडीपी का 10.3% (बजट अनुमान के अनुसार) होने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि 2021-22 (संशोधित अनुमानों के अनुसार) में स्वयं कर जीएसडीपी अनुपात 8.7% होने की उम्मीद है।
- राज्य का गैर कर राजस्व: 2022-23 में राज्य को गैर कर राजस्व के रूप में 23,406 करोड़ रुपए अर्जित होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमानों से 51% अधिक है। 2021-22 में राज्य के गैर कर राजस्व में बजट अनुमानों से 39% की गिरावट दर्ज होने का अनुमान है।
तालिका 5: राज्य सरकार की प्राप्तियों का ब्रेकअप (करोड़ रुपए में)
स्रोत |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
राज्य के स्वयं कर* |
1,19,897 |
1,77,535 |
1,52,562 |
-14% |
2,10,044 |
38% |
राज्य के स्वयं गैर कर |
11,846 |
25,422 |
15,524 |
-39% |
23,406 |
51% |
केंद्रीय करों में हिस्सेदारी |
1,06,687 |
1,19,395 |
1,14,894 |
-4% |
1,46,499 |
28% |
केंद्रीय से सहायतानुदान* |
57,746 |
95,989 |
95,751 |
0% |
1,19,264 |
25% |
राजस्व प्राप्तियां |
2,96,176 |
4,18,340 |
3,78,731 |
-9% |
4,99,213 |
32% |
गैर ऋण पूंजीगत प्राप्तियां |
1,135 |
2,332 |
2,332 |
0% |
2,565 |
10% |
शुद्ध प्राप्तियां |
2,97,311 |
4,20,672 |
3,81,063 |
-9% |
5,01,778 |
32% |
नोट: *राज्य के स्वयं कर और केंद्र से अनुदान के आंकड़ों को केंद्रीय अनुदान के तौर पर जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान के खाते में समायोजित किया गया है।
बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान।
स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
|
जून 2022 के अंत में जीएसटी क्षतिपूर्ति जब जीएसटी पेश किया गया था तो केंद्र सरकार ने राज्यों को उनके जीएसटी राजस्व में पांच साल की अवधि के लिए 14% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि की गारंटी दी थी। ऐसा न होने पर केंद्र द्वारा राज्यों को इस कमी को दूर करने के लिए क्षतिपूर्ति अनुदान दिया जाता है। यह गारंटी जून 2022 में खत्म हो रही है। 2018-22 के दौरान उत्तर प्रदेश ने गारंटीशुदा एसजीएसटी राजस्व स्तर हासिल करने के लिए जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान पर भरोसा किया है। 2021-22 में उत्तर प्रदेश को जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान के रूप में 17,410 करोड़ रुपए प्राप्त होने का अनुमान है जो उसके स्वयं कर राजस्व का लगभग 11% है। इसलिए जून 2022 के बाद उत्तर प्रदेश को राजस्व प्राप्तियों के स्तर में गिरावट देखने को मिल सकती है। |
तालिका 6: राज्य के स्वयं कर राजस्व के मुख्य स्रोत (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
राज्य जीएसटी |
42,860 |
64,475 |
56,988 |
-12% |
77,653 |
36% |
राज्य एक्साइज |
30,061 |
41,500 |
36,212 |
-13% |
49,152 |
36% |
सेल्स टैक्स/वैट |
22,127 |
31,100 |
28,655 |
-8% |
36,213 |
26% |
स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क |
16,475 |
25,500 |
19,745 |
-23% |
29,692 |
50% |
वाहन टैक्स |
6,483 |
9,350 |
5,950 |
-36% |
10,887 |
83% |
बिजली पर टैक्स और ड्यूटी |
1,587 |
4,750 |
4,750 |
0% |
5,531 |
16% |
भूराजस्व |
297 |
860 |
263 |
-69% |
915 |
247% |
जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान |
9,381 |
8,810 |
7,787 |
-12% |
10,611 |
36% |
जीएसटी क्षतिपूर्ति ऋण |
6,007 |
- |
9,623 |
- |
- |
- |
स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
2022-23 के लिए घाटे और ऋण के लक्ष्य
उत्तर प्रदेश के राजकोषीय दायित्व और बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) एक्ट, 2004 में राज्य सरकार की बकाया देनदारियों, राजस्व घाटे और राजकोषीय घाटे को प्रगतिशील तरीके से कम करने के लक्ष्यों का प्रावधान है।
राजस्व संतुलन: यह सरकार की राजस्व प्राप्तियों और व्यय के बीच का अंतर होता है। राजस्व घाटे का यह अर्थ होता है कि सरकार को अपना व्यय पूरा करने के लिए उधार लेने की जरूरत है जोकि भविष्य में पूंजीगत परिसंपत्तियों का सृजन नहीं करेगा और न ही देनदारियों को कम करेगा। 2022-23 में उत्तर प्रदेश में 43,124 करोड़ रुपए के राजस्व अधिशेष का अनुमान है जो कि जीएसडीपी का 2.11% है। 2021-22 में राज्य में संशोधित अनुमानों के अनुसार 1.26% राजस्व अधिशेष दर्ज होने की उम्मीद है जो कि बजट अनुमान 1.07% से अधिक है।
राजकोषीय घाटा: यह कुल प्राप्तियों पर कुल व्यय की अधिकता होता है। यह अंतर सरकार द्वारा उधारियों के जरिए पूरा किया जाता है और राज्य सरकार की कुल देनदारियों में वृद्धि करता है। 2022-23 में राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 3.96% रहने का अनुमान है। यह 2022-23 के लिए केंद्र सरकार द्वारा अनुमत 4% की सीमा के भीतर है (जिसमें से 0.5% की छूट बिजली क्षेत्र में सुधार करने पर उपलब्ध होती है)।
बकाया देनदारियां: वित्तीय वर्ष के अंत में राज्य की कुल उधारियां जमा होकर बकाया देनदारियां बन जाती हैं। इसमें लोक लेखा की देनदारियां भी शामिल हैं। मार्च 2023 के अंत तक राज्य की बकाया देनदारियां जीएसडीपी का 32.5% होने का अनुमान है। बकाया देनदारियां 2019-20 में जीएसडीपी के 29.6% से बढ़कर 2025-26 में 31.7% होने का अनुमान है।
रेखाचित्र 2: राजस्व एवं राजकोषीय संतुलन (जीएसडीपी का %)
नोट: बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान। पॉजिटिव आंकड़ा अधिशेष और नेगेटिव घाटा दर्शाता है। *2023-24, 2024-25 और 2025-26 के आंकड़े अनुमान हैं। 2019-20 में राज्य को राजकोषीय अधिशेष हुआ था। स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस। |
रेखाचित्र 3: बकाया देनदारियों के लक्ष्य (जीएसडीपी का %)
नोट: बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान। *2023-24, 2024-25 और 2025-26 के आंकड़े अनुमान हैं।स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस। |
बकाया सरकारी गारंटी: राज्यों की बकाया देनदारियों में कुछ अन्य देनदारियां शामिल नहीं हैं जो आकस्मिक हैं और जिन्हें कुछ मामलों में राज्यों को पूरा करना पड़ सकता है। राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (एसपीएसई) वित्तीय संस्थानों से जो उधारी लेते हैं, उनकी गारंटी राज्य सरकारें देती हैं। 31 मार्च, 2021 तक राज्य की बकाया गारंटी 1,53,836 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2020-21 में उत्तर प्रदेश की जीएसडीपी का 8% है।
अनुलग्नक 1: मुख्य क्षेत्रों में राज्य के व्यय की तुलना
निम्नलिखित रेखाचित्रों में छह मुख्य क्षेत्रों में अन्य राज्यों के औसत व्यय के अनुपात में उत्तर प्रदेश के कुल व्यय की तुलना की गई है। क्षेत्र के लिए औसत, उस क्षेत्र में 30 राज्यों (उत्तर प्रदेश सहित) द्वारा किए जाने वाले औसत व्यय (2021-22 के बजटीय अनुमानों के आधार पर) को इंगित करता है। [1]
- शिक्षा: 2022-23 में उत्तर प्रदेश ने शिक्षा के लिए बजट का 13% हिस्सा आबंटित किया है। अन्य राज्यों द्वारा शिक्षा पर जितनी औसत राशि का आबंटन किया गया (15.2%) उसकी तुलना में उत्तर प्रदेश का आबंटन कम है (2021-22 बजट अनुमान)।
- स्वास्थ्य: राज्य ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कुल 7.1% का आबंटन किया है। अन्य राज्यों के औसत आबंटन (6%) से यह ज्यादा है।
- कृषि: राज्य ने कृषि एवं संबंधित गतिविधियों के लिए अपने बजट का 2.8% हिस्सा आबंटित किया है। यह अन्य राज्यों के औसत आबंटनों (6.2%) से काफी कम है।
- ग्रामीण विकास: उत्तर प्रदेश ने ग्रामीण विकास के लिए 5.1% का आबंटन किया है। यह अन्य राज्यों द्वारा ग्रामीण विकास के औसत आबंटन (5.7%) से कम है।
- पुलिस: राज्य ने पुलिस के लिए कुल 5.4% का आबंटन किया है जोकि सभी राज्यों के औसत व्यय (4.3%) से अधिक है।
- सड़क और पुल: उत्तर प्रदेश ने सड़कों और पुलों के लिए 6.4% का आबंटन किया है। यह अन्य राज्यों द्वारा सड़कों और पुलों के लिए औसत आबंटन (4.7%) से ज्यादा है।
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नोट: 2020-21, 2021-22 (बअ), 2021-22 (संअ), और 2022-23 (बअ) के आंकड़े उत्तर प्रदेश के हैं।
स्रोत: उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; विभिन्न राज्य बजट; पीआरएस।
अनुलग्नक 2: 2020-21 के बजटीय अनुमानों और वास्तविक के बीच तुलना
यहां तालिकाओं में 2021-22 के वास्तविक के साथ उस वर्ष के बजटीय अनुमानों के बीच तुलना की गई है।
तालिका 7: प्राप्तियों और व्यय की झलक (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 बअ |
2020-21 वास्तविक |
बअ से वास्तविक में परिवर्तन का % |
शुद्ध प्राप्तियां (1+2) |
4,24,767 |
2,97,311 |
-30% |
1. राजस्व प्राप्तियां (क+ख+ग+घ) |
4,22,567 |
2,96,176 |
-30% |
क. स्वयं कर राजस्व |
1,58,413 |
1,19,897 |
-24% |
ख. स्वयं गैर कर राजस्व |
31,179 |
11,846 |
-62% |
ग. केंद्रीय करों में हिस्सा |
1,52,863 |
1,06,687 |
-30% |
घ. केंद्र से सहायतानुदान |
80,112 |
57,746 |
-28% |
इसमें जीएसटी क्षतिपूर्ति |
7,608 |
9,381 |
23% |
2. गैर ऋण पूंजीगत प्राप्तियां |
2,200 |
1,135 |
-48% |
3. उधारियां |
75,791 |
86,859 |
15% |
इसमें जीएसटी क्षतिपूर्ति ऋण |
- |
6,007 |
- |
शुद्ध व्यय (4+5+6) |
4,77,963 |
3,51,933 |
-26% |
4. राजस्व व्यय |
3,95,117 |
2,98,543 |
-24% |
5. पूंजीगत परिव्यय |
81,209 |
52,237 |
-36% |
6. ऋण और अग्रिम |
1,637 |
1,153 |
-30% |
7. ऋण पुनर्भुगतान |
34,897 |
26,777 |
-23% |
राजस्व संतुलन |
27,451 |
-2,367 |
-109% |
राजस्व संतुलन (जीएसडीपी का %) |
1.53% |
-0.12% |
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राजकोषीय घाटा |
53,195 |
54,622 |
3% |
राजकोषीय घाटा (जीएसडीपी का %) |
2.97% |
2.81% |
नोट: नेगेटिव राजस्व संतुलन घाटा दर्शाता है।
स्रोत: विभिन्न वर्षों के उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स; पीआरएस।
तालिका 8: राज्य के स्वयं कर राजस्व के घटक (करोड़ रुपए में)
क्षेत्र |
2020-21 बअ |
2020-21 वास्तविक |
बअ से वास्तविक में परिवर्तन का % |
भूराजस्व |
856 |
297 |
-65% |
बिजली पर टैक्स और ड्यूटी |
4,250 |
1,587 |
-63% |
स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क |
23,197 |
16,475 |
-29% |
वाहन टैक्स |
8,650 |
6,483 |
-25% |
एसजीएसटी |
55,673 |
42,860 |
-23% |
सेल्स टैक्स/वैट |
28,287 |
22,127 |
-22% |
राज्य की एक्साइज ड्यूटी |
37,500 |
30,061 |
-20% |
स्रोत: विभिन्न वर्षों के उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स; पीआरएस।
तालिका 9: मुख्य क्षेत्रों के लिए आबंटन (करोड़ रुपए में)
क्षेत्र |
2020-21 बअ |
2020-21 वास्तविक |
बअ से वास्तविक में परिवर्तन का % |
जलापूर्ति एवं सैनिटेशन |
8,869 |
3,569 |
-60% |
कृषि एवं संबंधित गतिविधियां |
12,682 |
6,020 |
-53% |
समाज कल्याण एवं पोषण |
23,438 |
14,753 |
-37% |
आवासन |
7,888 |
4,986 |
-37% |
एसी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों का कल्याण |
6,490 |
4,241 |
-35% |
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण |
19,137 |
13,617 |
-29% |
ग्रामीण विकास |
31,402 |
23,247 |
-26% |
पुलिस |
26,395 |
19,791 |
-25% |
शहरी विकास |
20,461 |
16,386 |
-20% |
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण |
26,266 |
21,549 |
-18% |
बिजली |
23,425 |
19,647 |
-16% |
शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति |
64,805 |
54,844 |
-15% |
परिवहन |
33,152 |
28,238 |
-15% |
इनमें सड़क एवं पुल |
30,135 |
27,351 |
-9% |
स्रोत: विभिन्न वर्षों के उत्तर प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स; पीआरएस।
[1] 30 राज्यों में दिल्ली और जम्मू एवं कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं।
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