दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 26 मार्च, 2022 को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राज्य का बजट पेश किया।

बजट के मुख्य अंश

  • 2021-22 के लिए दिल्ली का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 9,23,967 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो कि 2020-21 (7,85,342 रुपए) की तुलना में 17.65% अधिक है।
  • 2022-23 में व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) 71,085 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमानों (62,785 करोड़ रुपए) से 13% अधिक है। साथ ही राज्य द्वारा 2022-23 में 4,715 करोड़ रुपए का ऋण चुकाया जाएगा। 2021-22 में व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) बजट अनुमान से 3% कम रहने का अनुमान है।
  • 2022-23 के लिए प्राप्तियां (उधारियों को छोड़कर) 61,891 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमानों (48,223 करोड़ रुपए) से 28% अधिक है। 2021-22 में प्राप्तियां (उधारियों को छोड़कर) बजट अनुमान से 5,847 करोड़ रुपए (11% की कमी) कम होने का अनुमान है।
  • 2022-23 के लिए राजकोषीय घाटा 9,194 करोड़ रुपए पर लक्षित है। 2021-22 में संशोधित अनुमानों के अनुसारराजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 1.58% (14,562 करोड़ रुपए) होने की उम्मीद है।
  • 2022-23 के लिए राजस्व अधिशेष 7,601 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। 2021-22 में राज्य को 3,039 करोड़ रुपए (जीएसडीपी का 0.33%) के राजस्व घाटे का अनुमान है, जबकि बजट स्तर पर 1,271 करोड़ रुपए के राजस्व अधिशेष का अनुमान था। 

नीतिगत विशिष्टताएं

  • स्टार्टअप नीति: उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार ने स्टार्टअप नीति तैयार की है। इस नीति को लागू करने के लिए 2022-23 के बजट में 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। 
  • दिल्ली इलेक्ट्रॉनिक सिटी: इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में लोगों को रोजगार देने के लिए दिल्ली इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाई जाएगी। 
  • स्मार्ट अर्बन फार्मिंग: सरकार दिल्ली में हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए स्मार्ट अर्बन फार्मिंग शुरू करेगी। इस योजना के तहत सबसिडी पर सामग्री और प्रशिक्षित माली उपलब्ध कराए जाएंगे (विशेषकर महिलाओं को)।   

दिल्ली की अर्थव्यवस्था

  • जीएसडीपीदिल्ली की जीएसडीपी (स्थिर कीमतों पर) 2019-20 में 3.9% की वृद्धि की तुलना में 2020-21 में 3.9% संकुचित हुई। 2020-21 में सेवा क्षेत्र में 5.5% का संकुचन दर्ज किया गया। 2020-21 में दिल्ली का जीएसडीपी संकुचन राष्ट्रीय जीडीपी के संकुचन से कम था (जिसमें 2020-21 में 7.2% की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई थी)।
     
  • क्षेत्र: 2021-22 में मौजूदा कीमतों पर कृषि, मैन्यूफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्रों ने अर्थव्यवस्था में 2%, 14% और 84% का योगदान दिया।
     
  • प्रति व्यक्ति जीएसडीपी2020-21 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति जीएसडीपी (मौजूदा कीमतों पर) 3,91,060 रुपए थी; 2019-20 में इसी आंकड़े से 5.7% कम। 2020-21 में दिल्ली की प्रति व्यक्ति जीएसडीपी राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति जीडीपी (मौजूदा कीमतों पर 1,46,087 रुपए) से अधिक थी।

रेखाचित्र  1 दिल्ली में स्थिर मूल्यों पर (2011-12) जीएसडीपी और विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि  

 image

नोटये आंकड़े स्थिर मूल्यों (2011-12) के अनुसार हैं जिसका अर्थ है कि वृद्धि दर मुद्रास्फीति के हिसाब से समायोजित की गई है। 
स्रोत: दिल्ली आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22पीआरएस।

2022-23 के लिए बजट अनुमान

  • 2022-23 में 71,085 करोड़ रुपए के व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) का लक्ष्य रखा गया है। यह 2021-22 के संशोधित अनुमान (62,785 करोड़ रुपए) से 13% अधिक है। इस व्यय को 61,891 करोड़ रुपए की प्राप्तियों (उधारियों को छोड़कर) और 5,485 करोड़ रुपए के शुद्ध उधार के जरिए पूरा करने का प्रस्ताव है। 2022-23 के लिए प्राप्तियों (उधारियों को छोड़कर) में 2021-22 के संशोधित अनुमान से 28% की बढ़ोतरी की उम्मीद है। 2021-22 में प्राप्तियां बजट अनुमान से 11% कम रहने का अनुमान है।
  • 2021-22 में 3,093 करोड़ रुपए के घाटे की तुलना में 2022-23 में दिल्ली को 7,601 करोड़ रुपए के राजस्व अधिशेष का अनुमान है। 
  • 2022-23 में 9,194 करोड़ रुपए के राजकोषीय घाटे का अनुमान है। 2021-22 में दिल्ली ने जीएसडीपी के 1.58% के राजकोषीय घाटे का अनुमान लगाया हैजो केंद्र सरकार द्वारा अनुमत जीएसडीपी के 4.5% की सीमा से कम है (जिसमें से 0.5% की छूट बिजली क्षेत्र के सुधार पर मिलती है)। 

तालिका 1: बजट 2022-23 के मुख्य आंकड़े (करोड़ रुपए में)

मद

2020-21

वास्तविक

2021-22

बअ

2021-22

संअ

बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का %

2022-23

बअ

संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % 

कुल व्यय

52,468

69,000

67,000

-3%

75,800

13%

(-) ऋण का पुनर्भुगतान

3,265

4,265

4,215

-1%

4,715

12%

शुद्ध व्यय (E)

49,203

64,735

62,785

-3%

71,085

13%

कुल प्राप्तियां

57,860

63,355

59,416

-6%

72,091

21%

(-) उधारियां 

15,365

9,285

11,193

21%

10,200

-9%

शुद्ध प्राप्तियां (R)

42,495

54,070

48,223

-11%

61,891

28%

राजकोषीय घाटा (E-R)

6,708

10,665

14,562

37%

9,194

-37%

जीएसडीपी का %

0.85%

-

1.58%

-

-

-

राजस्व संतुलन

1,450

1,271

-3,039

-339%

7,601

-350%

जीएसडीपी का %

0.18%

-

-0.33%

-

-

-

प्राथमिक घाटा

3,834

7,331

11,287

54%

5,922

-48%

जीएसडीपी का %

0.49%

-

1.22%

-

-

-

नोट: बअ- बजट अनुमानसंअ- संशोधित अनुमान। स्रोतदिल्ली आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22पीआरएस। 

2022-23 में व्यय

  • 2022-23 में राजस्व व्यय 53,687 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान (50,862 करोड़ रुपए) से 6% अधिक है। इस खर्च में वेतनपेंशनब्याज और सब्सिडी का भुगतान शामिल है। वर्ष 2021-22 में संशोधित अनुमानों के अनुसार राजस्व व्यय बजट अनुमान से 2% कम रहने का अनुमान है।
     
  • 2022-23 में पूंजीगत परिव्यय 12,386 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 35अधिक है। पूंजीगत परिव्यय में परिसंपत्तियों के सृजन का व्यय शामिल है। इसमें स्कूलअस्पतालों और सड़कों एवं पुलों के निर्माण पर होने वाला खर्च शामिल है। 2021-22 में पूंजीगत परिव्यय बजट अनुमान से 13कम रहने का अनुमान है।

पूंजीगत परिव्यय पर कम खर्च

पूंजीगत परिव्यय में परिसंपत्तियों, जैसे सड़कों और अस्पतालों के सृजन का व्यय शामिल है।2015-20 में जहां सभी राज्यों ने पूंजीगत परिव्यय पर औसत 17% कम खर्च किया, वहां दिल्ली के लिए यह आंकड़ा 40% है। उल्लेखनीय है कि 2022-23 में दिल्ली को पूंजीगत परिव्यय में पिछले वर्ष 2021-22 के संशोधित अनुमान (9,183 करोड़ रुपए) की तुलना में 35की वृद्धि का अनुमान है। इसके अतिरिक्त 2020-21 में पूंजीगत परिव्यय पर वास्तविक व्यय 4,699 करोड़ रुपए था जो बजट अनुमान से 53% कम था।    

तालिका 2: बजट 2022-23 में व्यय (करोड़ रुपए में)

मद

2020-21

वास्तविक

2021-22

बअ

2021-22

संअ

बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का %

2022-23

बअ

संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % 

राजस्व व्यय

40,414

51,799

50,862

-2%

53,687

6%

पूंजीगत परिव्यय

4,699

10,557

9,193

-13%

12,386

35%

राज्यों द्वारा दिए गए ऋण

4,090

2,378

2,730

15%

5,012

84%

शुद्ध व्यय

49,203

64,735

62,785

-3%

71,085

13%

स्रोतदिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।

प्रतिबद्ध व्यय: राज्य के प्रतिबद्ध व्यय में आम तौर पर वेतन भुगतान, पेंशन और ब्याज से संबंधित व्यय शामिल होते हैं। बजट के एक बड़े हिस्से को प्रतिबद्ध व्यय की मदों के लिए आबंटित करने से विकास योजनाओं और पूंजीगत परिव्यय जैसी अन्य व्यय प्राथमिकताओं पर फैसला लेने का राज्य का लचीलापन सीमित हो जाता है। 2022-23 में दिल्ली द्वारा प्रतिबद्ध व्यय मदों (वेतन को छोड़कर) पर 3,274 करोड़ रुपए खर्च करने का अनुमान है जो कि इसकी राजस्व प्राप्तियों का 5% है। 

तालिका 3: 2022-23 में प्रतिबद्ध व्यय (करोड़ रुपए में)

मद

2020-21

वास्तविक

2021-22

बअ

2021-22

संअ

बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का %

2022-23

बअ

संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % 

वेतन

NA

NA

NA

-

NA

-

पेंशन

2

3

3

0%

3

0%

ब्याज 

2,874

3,334

3,274

-2%

3,271

0%

कुल प्रतिबद्ध व्यय

2,876

3,337

3,277

-2%

3,274

0%

स्रोतदिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।

क्षेत्रवार व्यय: 2022-23 के दौरान राज्य के बजटीय व्यय का 76% हिस्सा निम्नलिखित क्षेत्रों के लिए खर्च किया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में दिल्ली और अन्य राज्यों द्वारा कितना व्यय किया जाता हैइसकी तुलना अनुलग्नक 1 में प्रस्तुत है।

तालिका 4दिल्ली बजट 2022-23 में क्षेत्रवार व्यय (करोड़ रुपए में)

क्षेत्र

2020-21 वास्तविक

2021-22

बजटीय

2021-22

संशोधित

2022-23

बजटीय

संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का %

बजटीय प्रावधान 2022-23 बअ 

शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति

10,656

15,707

14,420

15,507

8%

सरकारी प्राथमिक स्कूलों के लिए 3,485 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। 

प्राथमिक शिक्षा के लिए स्थानीय निकायों को सहायता हेतु 1,460 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। 

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण

6,397

9,934

10,446

9,769

-6%

शहरी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 2,340 करोड़ रुपए आबंटित किए गए है।  

अस्पतालों और डिस्पेंसरियों के लिए 1,100 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं।     

परिवहन

6,136

8,944

7,792

8,616

11%

सड़कों और पुलों पर पूंजीगत परिव्यय के लिए 1,976 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं।  

समाज कल्याण एवं पोषण

3,836

4,144

5,506

4,874

-11%

सीनियर सिटिजन पेंशन स्कीम के लिए 1,425 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। 

जलापूर्ति एवं सैनिटेशन

1,892

1,631

1,246

3,557

185%

अनाधिकृत कालोनियों में सीवेज सुविधाओं के लिए दिल्ली जल बोर्ड को सहायता अनुदान हेतु 1,578 करोड़ रुपए का आबंटन किया गया है।

दिल्ली जल बोर्ड के जरिए उपभोक्ताओं को सबसिडी देने हेतु 600 करोड़ रुपए का आबंटन किया गया है।   

बिजली

2,962

3,225

3,292

3,340

1%

डिस्कॉम्स द्वारा उपभोक्ताओं को सबसिडी देने हेतु 3,250 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं।     

शहरी विकास

1,952

3,083

2,291

3,253

42%

अनाधिकृत कालोनियों के विकास के लिए 1,298 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं।  

सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण

333

798

452

1,131

150%

सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण पर पूंजीगत परिव्यय हेतु 882 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं।  

सभी क्षेत्रों में कुल व्यय का %

76%

76%

76%

76%

-

 

स्रोतदिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।

2022-23 में प्राप्तियां

  • 2022-23 के लिए कुल राजस्व प्राप्तियां 61,289 करोड़ रुपए होने का अनुमान हैजो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 28% अधिक है। इसमें से 48,700 करोड़ रुपए (79%) राज्य अपने संसाधनों से जुटाएगाऔर 12,589 करोड़ रुपए (21%) अनुदान के रूप में केंद्र से प्राप्त होंगे। 
  • केंद्र से अनुदान2022-23 में केंद्र से 12,589 करोड़ रुपए का अनुदान प्राप्त होने का अनुमान हैजो 2021-22 के संशोधित अनुमान (8,673 करोड़ रुपए) से 45% अधिक है। 2021-22 में केंद्र से मिलने वाला अनुदान बजट अनुमान से 4% कम था।
  • राज्य का स्वयं कर राजस्व: दिल्ली का कुल स्वयं कर राजस्व 2022-23 में 47,700 करोड़ रुपए होने का अनुमान हैजो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 24% अधिक है। 2021-22 में स्वयं कर राजस्व बजट अनुमान से 11% कम रहने का अनुमान है। 2020-21 में दिल्ली का स्वयं कर जीएसडीपी अनुपात 3.7% था।
  • राज्य का गैर कर राजस्व2022-23 में दिल्ली को स्वयं गैर कर राजस्व के रूप में 1,000 करोड़ रुपए अर्जित होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमानों की तुलना में 25% अधिक है। 2021-22 में राज्य का स्वयं गैर कर राजस्व बजट अनुमान से 20% कम है।

तालिका 5राज्य सरकार की प्राप्तियों का ब्रेकअप (करोड़ रुपए में)

मद

2020-21

वास्तविक

2021-22

बअ

2021-22

संअ

बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का %

2022-23

बअ

संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % 

राज्य के स्वयं कर

29,425

43,000

38,350

-11%

47,700

24%

राज्य के स्वयं गैर कर

980

1,000

800

-20%

1,000

25%

केंद्र से सहायतानुदान

11,459

9,070

8,673

-4%

12,589

45%

राजस्व प्राप्तियां

41,864

53,070

47,823

-10%

61,289

28%

गैर ऋण पूंजीगत प्राप्तियां

631

1,000

400

-60%

602

51%

शुद्ध प्राप्तियां

42,495

54,070

48,223

-11%

61,891

28%

बअ- बजट अनुमानसंअ- संशोधित अनुमान।  
स्रोत: दिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।

  • 2022-23 में अनुमान है कि एसजीएसटी स्वयं कर राजस्व (55%) का सबसे बड़ा स्रोत होगा। 2022-23 में यह 26,000 करोड़ रुपए होने का अनुमान हैजो 2021-22 के संशोधित अनुमानों से 21% अधिक है। 2021-22 में एसजीएसटी बजट अनुमान से 10कम रहने का अनुमान है।
     
  • 2022-23 में राज्य एक्साइज और बिक्री कर/वैट से राजस्व में 2021-22 के संशोधित अनुमानों की तुलना में क्रमशः 90और 4की वृद्धि होने का अनुमान है (तालिका 6)।

जून 2022 के अंत में जीएसटी क्षतिपूर्ति समाप्त

जब जीएसटी पेश किया गया था तो केंद्र सरकार ने राज्यों को उनके जीएसटी राजस्व में पांच साल की अवधि के लिए 14% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि की गारंटी दी थी। ऐसा न होने पर केंद्र द्वारा राज्यों को इस कमी को दूर करने के लिए क्षतिपूर्ति अनुदान दिया जाता है। यह गारंटी जून 2022 में खत्म हो रही है। 2018-22 के दौरान दिल्ली ने गारंटीशुदा एसजीएसटी राजस्व स्तर हासिल करने के लिए जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान पर भरोसा किया है। 2021-22 में दिल्ली को जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान के रूप में 12,193 करोड़ रुपए प्राप्त होने का अनुमान है जो उसके स्वयं कर राजस्व का लगभग 32% है। इसलिए जून 2022 के बाद दिल्ली को राजस्व प्राप्तियों के स्तर में गिरावट देखने को मिल सकती है।

तालिका 6राज्य के स्वयं कर राजस्व के मुख्य स्रोत (करोड़ रुपए में)

मद

2020-21

वास्तविक

2021-22

बअ

2021-22

संअ

बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का %

2022-23

बअ

संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % 

राज्य जीएसटी

15,676

23,800

21,500

-10%

26,000

21%

राज्य एक्साइज

4,108

6,000

5,000

-17%

9,500

90%

सेल्स टैक्स/वैट

4,411

6,200

5,000

-19%

5,200

4%

स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क

3,549

4,997

4,997

0%

4,997

0%

वाहन टैक्स

1,676

2,000

1,850

-8%

2,000

8%

भूराजस्व

4

3

3

0%

3

0%

जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान

5,522

6,000

6,000

0%

10,000

67%

जीएसटी क्षतिपूर्ति ऋण

5,865

-

6,193

-

-

-

स्रोतदिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।

अनुलग्नक 1: मुख्य क्षेत्रों में राज्य के व्यय की तुलना

निम्नलिखित रेखाचित्रों में छह मुख्य क्षेत्रों में अन्य राज्यों के औसत व्यय के अनुपात में दिल्ली के कुल व्यय की तुलना की गई है। क्षेत्र के लिए औसतउस क्षेत्र में 30 राज्यों (दिल्ली सहित) द्वारा किए जाने वाले औसत व्यय (2021-22 के बजटीय अनुमानों के आधार पर) को इंगित करता है। [1]

  • शिक्षा: 2022-23 में दिल्ली ने शिक्षा के लिए बजट का 23.5% हिस्सा आबंटित किया है। अन्य राज्यों द्वारा शिक्षा पर जितनी औसत राशि का आबंटन किया गया (15.2%) उसकी तुलना में दिल्ली का आबंटन अधिक है (2021-22 बजट अनुमान)।
  • स्वास्थ्य: दिल्ली ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कुल 14.8% का आबंटन किया है। अन्य राज्यों के औसत आबंटन (6%) से यह ज्यादा है।
  • एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक कल्याणराज्य ने अपने कुल व्यय का 0.9% हिस्सा एससीएसटीओबीसी और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए आबंटित किया है। यह राज्यों द्वारा एससीएसटीओबीसी और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए औसत आबंटन (2.9%) से कम है।
  • शहरी विकास: दिल्ली ने शहरी विकास के लिए 4.9% का आबंटन किया है। यह अन्य राज्यों द्वारा शहरी विकास के औसत आबंटन (3.6%) से ज्यादा है।
  • बिजली: दिल्ली ने बिजली के लिए कुल 5.1का आबंटन किया है जोकि सभी राज्यों के औसत व्यय (4.4%) से ज्यादा है।
  • सड़क और पुल: दिल्ली ने सड़कों और पुलों के लिए 3.8% का आबंटन किया है। यह अन्य राज्यों द्वारा सड़कों और पुलों के लिए औसत आबंटन (4.7%) से कम है।

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नोट: 2020-21, 2021-22 (बअ), 2021-22 (संअ)और 2022-23 (बअ) के आंकड़े दिल्ली के हैं। 
स्रोत: 
दिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; विभिन्न राज्य बजटपीआरएस।

अनुलग्नक 2: 2020-21 के बजटीय अनुमानों और वास्तविक के बीच तुलना

यहां तालिकाओं में 2021-22 के वास्तविक के साथ उस वर्ष के बजटीय अनुमानों के बीच तुलना की गई है।

तालिका 7प्राप्तियों और व्यय की झलक (करोड़ रुपए में)

मद

2020-21 बअ

2020-21 वास्तविक

बअ से वास्तविक में परिवर्तन का 

शुद्ध प्राप्तियां (1+2)

56,309

42,495

-25%

1. राजस्व प्राप्तियां (+++)

55,309

41,864

-24%

. स्वयं कर राजस्व

44,100

29,425

-33%

. स्वयं गैर कर राजस्व

800

980

22%

. केंद्रीय करों में हिस्सा

-

-

-

. केंद्र से सहायतानुदान

10,409

11,459

10%

  इसमें जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान

-

5,522

-

2. गैर ऋण पूंजीगत प्राप्तियां 

1,000

631

-37%

3. उधारियां

4,291

15,365

258%

  इसमें जीएसटी क्षतिपूर्ति ऋण

-

5,865

-

शुद्ध व्यय (4+5+6)

61,489

49,203

-20%

4. राजस्व व्यय

48,070

40,414

-16%

5. पूंजीगत परिव्यय

9,999

4,699

-53%

6. ऋण और अग्रिम

3,420

4,090

20%

7. ऋण पुनर्भुगतान

3,511

3,265

-7%

राजस्व संतुलन

7,239

1,450

-80%

राजस्व संतुलन (जीएसडीपी का %)

-

0.18%

-

राजकोषीय घाटा

5,080

6,708

32%

राजकोषीय घाटा (जीएसडीपी का %)

-

0.85%

-

नोट: *नेगेटिव राजस्व संतुलन घाटे को इंगित करता है। बअ: बजट अनुमान।
स्रोतविभिन्न वर्षों के दिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्सपीआरएस।

तालिका 8राज्य के स्वयं कर राजस्व के घटक (करोड़ रुपए में)

क्षेत्र

2020-21 बअ

2020-21 वास्तविक

बअ से वास्तविक में परिवर्तन का %

एसजीएसटी

23,800

15,676

-34%

सेल्स टैक्स/वैट

6,200

4,108

-34%

राज्य एक्साइज ड्यूटी

6,300

4,411

-30%

स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क

5,297

3,549

-33%

वाहन टैक्स

2,500

1,676

-33%

भूराजस्व

3

4

39%

नोट: बअ: बजट अनुमान।
स्रोतविभिन्न वर्षों के दिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्सपीआरएस।

तालिका 9राज्य के स्वयं कर राजस्व के घटक (करोड़ रुपए में)

क्षेत्र

2020-21 बअ

2020-21 वास्तविक

बअ से वास्तविक में परिवर्तन का %

एससीएसटीओबीसी, अल्पसंख्यक कल्याण

479

54

-89%

पुलिस

386

48

-88%

ग्रामीण विकास

422

61

-86%

सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण

741

333

-55%

कृषि एवं संबंधित गतिविधियां

295

165

-44%

शहरी विकास

3,325

1,952

-41%

इसमें सड़क एवं पुल

2,080

1,384

-33%

आवासन

150

104

-31%

शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति

15,092

10,656

-29%

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण

7,704

6,397

-17%

परिवहन

7,344

6,136

-16%

जलापूर्ति एवं सैनिटेशन

1,920

1,892

-1%

समाज कल्याण एवं पोषण

3,854

3,836

0%

बिजली

2,887

2,962

3%

नोट: बअ: बजट अनुमान।
स्रोतविभिन्न वर्षों के दिल्ली बजट डॉक्यूमेंट्सपीआरएस।

[1]  30 राज्यों में जम्मू एवं कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश शामिल है।

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