मध्य प्रदेश के वित्तमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने 9 मार्च, 2022 को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए राज्य का बजट प्रस्तुत किया।
बजट के मुख्य अंश
- 2022-23 के लिए राज्य का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) (मौजूदा कीमतों पर) 11,51,049 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। इसमें 2021-22 के लिए जीएसडीपी के संशोधित अनुमान (10,36,048 करोड़ रुपए) से 11.1% की वृद्धि है। 2021-22 में जीएसडीपी पिछले वर्ष (मौजूदा कीमतों पर) की तुलना में 12.9% की दर से बढ़ने का अनुमान है।
- 2022-23 में व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) 2.47,715 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान (2,17,813 करोड़ रुपए) से 14% अधिक है। इसके अतिरिक्त 24,114 करोड़ रुपए का कर्ज राज्य द्वारा 2022-23 में चुकाया जाएगा। वर्ष 2021-22 में व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) बजट अनुमान से 0.3% अधिक होने का अनुमान है।
- 2022-23 के लिए प्राप्तियां (उधारियों को छोड़कर) 1,95,204 करोड़ रुपए होने का अनुमान है। यह 2021-22 के संशोधित अनुमान (1,74,526 करोड़ रुपए) की तुलना में 12% की वृद्धि है। 2021-22 में प्राप्तियां (उधारियों को छोड़कर) बजट अनुमान (1,66,185 करोड़ रुपए) से 5% अधिक होने का अनुमान है।
- 2022-23 के लिए राजकोषीय घाटा 52,511 करोड़ रुपए (जीएसडीपी का 4.56%) पर लक्षित है। 2021-22 में संशोधित अनुमानों के अनुसार, राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 4.18% होने की उम्मीद है जो जीएसडीपी के 4.50% के बजट अनुमान से कम है।
- 2022-23 के लिए राजस्व घाटा 3,736 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो जीएसडीपी का 0.32% है। बजट स्तर पर अनुमानित जीएसडीपी के 0.73% के राजस्व घाटे की तुलना में 2021-22 में राज्य को जीएसडीपी के 0.55% के राजस्व घाटे का अनुमान है।
नीतिगत विशिष्टताएं
- कल्याण: सरकारी कर्मचारियों के लिए राज्य महंगाई भत्ते को 20% से बढ़ाकर 31% करेगा।
- मेडिकल शिक्षा: राज्य में एमबीबीएस की मौजूदा 2,350 सीटों को बढ़ाकर 3,250 किया जाएगा। इसके अतिरिक्त राज्य में 22 नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए जाएंगे।
- इलेक्ट्रिक मोबिलिटी: राज्य सरकार ने घोषित किया है कि वह भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और इंदौर में कुल 2017 ईवी चार्जिंग स्टेशन इंस्टॉल करेगी।
मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था
|
रेखाचित्र 1 : मध्य प्रदेश में स्थिर मूल्यों पर (2011-12) जीएसडीपी और विभिन्न क्षेत्रों में वृद्धि
नोट: ये आंकड़े स्थिर मूल्यों (2011-12) के अनुसार हैं जिसका अर्थ है कि वृद्धि दर मुद्रास्फीति के लिए समायोजित की गई है।स्रोत: सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय; पीआरएस। |
2022-23 के लिए बजट अनुमान
- 2022-23 में 2,47,715 करोड़ रुपए के व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) का लक्ष्य रखा गया है। यह 2021-22 के संशोधित अनुमान (2,17,813 करोड़ रुपए) से 14% अधिक है। इस व्यय को 1,95,204 करोड़ रुपए की प्राप्तियों (उधारियों को छोड़कर) और 51,829 करोड़ रुपए के शुद्ध उधार के माध्यम से पूरा करने का प्रस्ताव है। 2021-22 के संशोधित अनुमान की तुलना में 2022-23 में प्राप्तियों (उधारियों को छोड़कर) के 12% अधिक होने की उम्मीद है। 2021-22 में प्राप्तियां बजट अनुमान से 5% अधिक होने का अनुमान है।
- 2022-23 में राज्य को 3,736 करोड़ रुपए के राजस्व घाटे का अनुमान है जो कि उसकी जीएसडीपी का 0.32% है। इसकी तुलना में 2021-22 में राज्य को 5,701 करोड़ रुपए (जीएसडीपी का 0.55%) के राजस्व घाटे की उम्मीद है।
- 2022-23 में राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 4.56% होने का अनुमान है जो केंद्रीय बजट 2022-23 के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा अनुमत जीएसडीपी की 4% की सीमा से अधिक है (जिसमें से 0.5% की छूट बिजली क्षेत्र के सुधार पर मिलेगी)। 2021-22 में राज्य ने जीएसडीपी के 4.18% के राजकोषीय घाटे का अनुमान लगाया है जो केंद्र सरकार द्वारा अनुमत जीएसडीपी की 4.5% की सीमा से कम है (जिसमें से 0.5% की छूट बिजली क्षेत्र के सुधार करने पर मिलती है)।
तालिका 1: बजट 2022-23 के मुख्य आंकड़े (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
कुल व्यय |
2,09,076 |
2,34,918 |
2,32,642 |
-1% |
2,71,830 |
17% |
(-) ऋण का पुनर्भुगतान |
12,757 |
17,794 |
14,829 |
-17% |
24,114 |
63% |
शुद्ध व्यय (E) |
1,96,319 |
2,17,123 |
2,17,813 |
0% |
2,47,715 |
14% |
कुल प्राप्तियां |
2,11,620 |
2,33,443 |
2,29,437 |
-2% |
2,71,148 |
18% |
(-) उधारियां |
65,171 |
67,258 |
54,911 |
-18% |
75,943 |
38% |
शुद्ध प्राप्तियां (R) |
1,46,450 |
1,66,185 |
1,74,526 |
5% |
1,95,204 |
12% |
राजकोषीय घाटा (E-R) |
49,870 |
50,938 |
43,287 |
-15% |
52,511 |
21% |
जीएसडीपी का % |
5.44% |
4.50% |
4.18% |
4.56% |
||
राजस्व संतुलन* |
-18,356 |
-8,293 |
-5,701 |
-31% |
-3,736 |
-34% |
जीएसडीपी का % |
-2.00% |
-0.73% |
-0.55% |
-0.32% |
||
प्राथमिक घाटा |
33,952 |
29,995 |
23,246 |
-23% |
30,345 |
31% |
जीएसडीपी का % |
3.70% |
2.65% |
2.24% |
2.64% |
नोट: * नेगेटिव चिन्ह घाटा, और पॉजिटिव चिन्ह अधिशेष दर्शाता है। बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान।
स्रोत: मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; मध्य प्रदेश आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22; पीआरएस।
2022-23 में व्यय
|
पूंजीगत परिव्यय के लिए राजकोषीय उपलब्धता 2022-23 में मध्य प्रदेश का अनुमानित राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 4.56% है। यह केंद्रीय बजट के अनुसार 2022-23 में केंद्र सरकार द्वारा अनुमत जीएसडीपी की 4% की सीमा से अधिक है। 2022-23 में राजस्व व्यय कुल व्यय (ऋण पुनर्भुगतान को छोड़कर) का 80% होने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त ब्याज भुगतान 2020-21 में 15,918 करोड़ रुपए से बढ़कर 2022-23 में 22,166 करोड़ रुपए हो गया है। राजकोषीय घाटा बढ़ने से यह और भी बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त राज्य के राजस्व घाटे में होने के कारण, उधार से प्राप्त राशि का उपयोग राजस्व व्यय के लिए किया जा सकता है। |
तालिका 2: बजट 2022-23 में व्यय (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
राजस्व व्यय |
1,64,733 |
1,72,971 |
1,77,398 |
3% |
1,98,916 |
12% |
पूंजीगत परिव्यय |
30,356 |
40,667 |
37,089 |
-9% |
45,686 |
23% |
राज्यों द्वारा दिए गए ऋण |
1,230 |
2,985 |
2,826 |
-5% |
3,114 |
10% |
शुद्ध व्यय |
1,96,319 |
2,17,123 |
2,17,813 |
0.3% |
2,47,715 |
14% |
नोट: शुद्ध व्यय में 2021-22 बअ और संश में आकस्मिक कोष का 500 करोड़ रुपए का आबंटन शामिल है।
स्रोत: मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
प्रतिबद्ध व्यय: राज्य के प्रतिबद्ध व्यय में आम तौर पर वेतन भुगतान, पेंशन और ब्याज से संबंधित व्यय शामिल होते हैं। बजट के एक बड़े हिस्से को प्रतिबद्ध व्यय की मदों के लिए आबंटित करने से विकास योजनाओं और पूंजीगत परिव्यय जैसी अन्य व्यय प्राथमिकताओं पर फैसला लेने का राज्य का लचीलापन सीमित हो जाता है। 2022-23 में मध्य प्रदेश द्वारा प्रतिबद्ध व्यय मदों पर 95,627 करोड़ रुपए खर्च करने का अनुमान है जो कि इसकी राजस्व प्राप्तियों का 49% है। इसमें वेतन (राजस्व प्राप्तियों का 28%), पेंशन (10%) और ब्याज भुगतान (11%) पर खर्च शामिल है। 2022-23 में प्रतिबद्ध व्यय 2021-22 के संशोधित अनुमान से 16% अधिक होने का अनुमान है। पेंशन पर खर्च में 18% की वृद्धि और वेतन और ब्याज पर खर्च में क्रमशः 19% और 11% की वृद्धि का अनुमान है।
तालिका 3: 2022-23 में प्रतिबद्ध व्यय (करोड़ रुपए में)
प्रतिबद्ध व्यय |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
वेतन |
39,366 |
49,717 |
45,650 |
-8% |
54,101 |
19% |
पेंशन |
14,671 |
16,913 |
16,451 |
-3% |
19,360 |
18% |
ब्याज |
15,918 |
20,943 |
20,041 |
-4% |
22,166 |
11% |
कुल प्रतिबद्ध व्यय |
69,955 |
87,573 |
82,142 |
-6% |
95,627 |
16% |
स्रोत: मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
क्षेत्रवार व्यय: 2022-23 के दौरान मध्य प्रदेश के बजटीय व्यय का 63% हिस्सा निम्नलिखित क्षेत्रों के लिए खर्च किया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों द्वारा कितना व्यय किया जाता है, इसकी तुलना अनुलग्नक 1 में प्रस्तुत है।
तालिका 4: मध्य प्रदेश बजट 2022-23 में क्षेत्रवार व्यय (करोड़ रुपए में)
क्षेत्र |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
बजटीय प्रावधान |
शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति |
30,109 |
36,344 |
31,614 |
39,326 |
24% |
स्कूली शिक्षा के लिए समग्र शिक्षा अभियान हेतु 3,908 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। सीएम राइज़ स्कीम के लिए 1,157 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
बिजली |
15,469 |
16,745 |
17,082 |
21,816 |
28% |
बिजली बोर्डों की सहायता के लिए 9,414 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
कृषि एवं संबंधित गतिविधियां |
13,324 |
16,142 |
17,128 |
16,784 |
-2% |
पीएम फसल बीमा योजना के लिए 2,000 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
ग्रामीण विकास |
14,132 |
12,305 |
15,078 |
14,313 |
-5% |
मनरेगा के लिए 3,500 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण |
9,687 |
11,620 |
12,012 |
13,903 |
16% |
जिला अस्पतालों के लिए 1,180 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। प्राथमिक शिक्षा केंद्रों के लिए 1,033 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
समाज कल्याण एवं पोषण |
13,041 |
10,892 |
10,970 |
11,730 |
7% |
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन के लिए 1,144 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
आवासन |
5,996 |
3,180 |
5,173 |
10,691 |
107% |
सभी के लिए आवास- योजना के लिए 1,500 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
पुलिस |
6,900 |
8,062 |
7,876 |
8,813 |
12% |
जिला पुलिस के लिए 4,995 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
जलापूर्ति एवं सैनिटेशन |
5,034 |
8,412 |
7,631 |
8,657 |
13% |
जल जीवन मिशन के लिए 6,300 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण |
11,015 |
9,860 |
11,234 |
8,438 |
-25% |
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण पर पूंजीगत परिव्यय के लिए 6,821 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। |
सभी क्षेत्रों में कुल व्यय का % |
64% |
63% |
63% |
63% |
0% |
|
स्रोत: मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
2022-23 में प्राप्तियां
- 2022-23 के लिए कुल राजस्व प्राप्तियां 1,95,180 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 14% अधिक है। इसमें से 86,478 करोड़ रुपए (44%) राज्य द्वारा अपने संसाधनों (कर और गैर-कर राजस्व) के माध्यम से जुटाए जाएंगे और 1,08,702 करोड़ रुपए (56%) केंद्र से आएंगे। केंद्र से संसाधन केंद्रीय करों (राजस्व प्राप्तियों का 33%) और अनुदान (राजस्व प्राप्तियों का 23%) में राज्य के हिस्से के रूप में होंगे।
- हस्तांतरण: 2022-23 में राज्य को केंद्रीय करों में हिस्सेदारी के रूप में 64,107 करोड़ रुपए प्राप्त होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमानों से 10% अधिक है।
- राज्य का स्वयं कर राजस्व: 2022-23 में राज्य का कुल स्वयं कर राजस्व 72,860 करोड़ रुपए होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमान से 13% अधिक है। जीएसडीपी के प्रतिशत के रूप में राज्य का स्वयं कर राजस्व 2020-21 में जीएसडीपी के 5.9% (वास्तविक के अनुसार) से बढ़कर 2022-23 में जीएसडीपी का 6.3% (बजट अनुमान के अनुसार) होने का अनुमान है। 2021-22 में जीएसडीपी के प्रतिशत के रूप में स्वयं कर को जीएसडीपी के 6.2% के बजट अनुमान की तुलना में जीएसडीपी के 5.7% तक संशोधित किया गया है।
- राज्य का गैर कर राजस्व: 2022-23 में राज्य को गैर कर राजस्व के रूप में 13,618 करोड़ रुपए अर्जित होने का अनुमान है जो 2021-22 के संशोधित अनुमानों से 12% अधिक है। 2021-22 में राज्य के गैर कर राजस्व में बजट अनुमानों से 3% की वृद्धि दर्ज होने का अनुमान है।
तालिका 5: राज्य सरकार की प्राप्तियों का ब्रेकअप (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
राज्य के स्वयं कर |
54,484 |
64,914 |
64,297 |
-1% |
72,860 |
13% |
राज्य के स्वयं गैर कर |
9,902 |
11,742 |
12,126 |
3% |
13,618 |
12% |
केंद्रीय करों में हिस्सेदारी |
46,889 |
52,247 |
58,378 |
12% |
64,107 |
10% |
केंद्र से सहायतानुदान |
35,102 |
35,775 |
36,896 |
3% |
44,595 |
21% |
राजस्व प्राप्तियां |
1,46,377 |
1,64,677 |
1,71,697 |
4% |
1,95,180 |
14% |
गैर ऋण पूंजीगत प्राप्तियां |
73 |
1,508 |
2,829 |
88% |
24 |
-99% |
शुद्ध प्राप्तियां |
1,46,450 |
1,66,185 |
1,74,526 |
5% |
1,95,204 |
12% |
नोट: बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान।
स्रोत: मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
|
जून 2022 के अंत में जीएसटी क्षतिपूर्ति जब जीएसटी पेश किया गया था तो केंद्र सरकार ने राज्यों को उनके जीएसटी राजस्व में पांच साल की अवधि के लिए 14% चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि की गारंटी दी थी। ऐसा न होने पर केंद्र द्वारा राज्यों को इस कमी को दूर करने के लिए क्षतिपूर्ति अनुदान दिया जाता है। यह गारंटी जून 2022 में खत्म हो रही है। 2018-22 के दौरान मध्य प्रदेश ने गारंटीशुदा एसजीएसटी राजस्व स्तर हासिल करने के लिए जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान पर भरोसा किया है। 2021-22 में मध्य प्रदेश को जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान के रूप में 11,121 करोड़ रुपए प्राप्त होने का अनुमान है जो उसके अपने कर राजस्व का लगभग 17% है। इसलिए जून 2022 के बाद मध्य प्रदेश को राजस्व प्राप्तियों के स्तर में गिरावट देखने को मिल सकती है। |
तालिका 6: राज्य के स्वयं कर राजस्व के मुख्य स्रोत (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 वास्तविक |
2021-22 बअ |
2021-22 संअ |
बअ 21-22 से संअ 21-22 में परिवर्तन का % |
2022-23 बअ |
संअ 21-22 से बअ 22-23 में परिवर्तन का % |
राज्य जीएसटी |
17,257 |
23,000 |
21,600 |
-6% |
25,000 |
16% |
सेल्स टैक्स/वैट |
||||||
राज्य एक्साइज |
13,296 |
14,240 |
16,154 |
13% |
16,968 |
5% |
स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क |
9,526 |
12,109 |
10,340 |
-15% |
13,255 |
28% |
वाहन टैक्स |
6,817 |
6,495 |
7,400 |
14% |
8,200 |
11% |
भूराजस्व |
2,749 |
3,600 |
3,200 |
-11% |
3,700 |
16% |
बिजली पर टैक्स और ड्यूटी |
504 |
850 |
767 |
-10% |
1,241 |
62% |
जीएसटी क्षतिपूर्ति अनुदान |
2,608 |
3,100 |
3,750 |
21% |
3,364 |
-10% |
जीएसटी क्षतिपूर्ति ऋण |
5,293 |
5,322 |
4,110 |
-23% |
5,000 |
22% |
स्रोत: मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; पीआरएस।
2022-23 के लिए घाटे और ऋण के लक्ष्य
मध्य प्रदेश के राजकोषीय दायित्व और बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) एक्ट, 2005 में राज्य सरकार की बकाया देनदारियों, राजस्व घाटे और राजकोषीय घाटे को प्रगतिशील तरीके से कम करने के लक्ष्यों का प्रावधान है।
राजस्व संतुलन: यह सरकार की राजस्व प्राप्तियों और व्यय के बीच का अंतर होता है। राजस्व घाटे का यह अर्थ होता है कि सरकार को अपना व्यय पूरा करने के लिए उधार लेने की जरूरत है जोकि भविष्य में पूंजीगत परिसंपत्तियों का सृजन नहीं करेगा और न ही देनदारियों को कम करेगा। 2022-23 में मध्य प्रदेश को 3,736 करोड़ रुपए के राजस्व घाटे का अनुमान है जो कि जीएसडीपी का 0.32% है। संशोधित अनुमानों के अनुसार, मध्य प्रदेश में 2021-22 में 5,701 करोड़ रुपए (0.55% जीएसडीपी) का राजस्व घाटा होने की उम्मीद है। बजट के साथ प्रस्तुत मध्यम अवधि की राजकोषीय योजना के अनुसार, राज्य का राजस्व अधिशेष 2025-26 में जीएसडीपी के 4.61% तक और बढ़ने की उम्मीद है। बजट के साथ प्रस्तुत मध्यम अवधि की वित्तीय योजना के अनुसार, राज्य को अगले तीन वित्तीय वर्षों में राजस्व अधिशेष होने की उम्मीद है।
राजकोषीय घाटा: यह कुल प्राप्तियों पर कुल व्यय की अधिकता होता है। यह अंतर सरकार द्वारा उधारियों के जरिए पूरा किया जाता है और राज्य सरकार की कुल देनदारियों में वृद्धि करता है। 2022-23 में वित्तीय घाटा 52,524 करोड़ रुपए (जीएसडीपी का 4.56%) होने का अनुमान है। यह केंद्रीय बजट के अनुसार 2022-23 में केंद्र सरकार द्वारा अनुमत जीएसडीपी की 4% की सीमा से अधिक है (जिसमें से 0.5% की छूट बिजली क्षेत्र में सुधार पर उपलब्ध कराई जाएगी)। संशोधित अनुमानों के अनुसार, 2021-22 में राज्य का राजकोषीय घाटा जीएसडीपी का 4.18% रहने का अनुमान है जो कि जीएसडीपी के 4.50% के बजट अनुमान से कम है। यह 2021-22 के लिए केंद्र सरकार द्वारा अनुमत 4.5% की सीमा के भीतर है (जिसमें से 0.5% की छूट बिजली क्षेत्र में सुधार करने पर उपलब्ध होती है)। बजट के साथ प्रस्तुत किए गए एफआरबीएम स्टेटमेंट के अनुसार, राज्य का राजकोषीय घाटा 2025-26 में जीएसडीपी के 3% तक कम होने की उम्मीद है।
बकाया देनदारियां: वित्तीय वर्ष के अंत में राज्य की कुल उधारियां जमा होकर बकाया देनदारियां बन जाती हैं। इसमें लोक लेखा की देनदारियां भी शामिल हैं। बकाया देनदारियां 2019-20 में जीएसडीपी के 24.33% से बढ़कर 2022-23 में जीएसडीपी का 33.31% हो जाएंगी।
रेखाचित्र 2: राजस्व एवं राजकोषीय संतुलन (जीएसडीपी का %)
नोट: बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान। पॉजिटिव आंकड़ा अधिशेष और नेगेटिव घाटा दर्शाता है। *2023-24, 2024-25 और 2025-26 के आंकड़े अनुमानित हैं। |
रेखाचित्र 3: बकाया देनदारियों के लक्ष्य (जीएसडीपी का %)
नोट: बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान। |
बकाया सरकारी गारंटी: राज्यों की बकाया देनदारियों में कुछ अन्य देनदारियां शामिल नहीं हैं जो आकस्मिक हैं और जिन्हें कुछ मामलों में राज्यों को पूरा करना पड़ सकता है। राज्य के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम (एसपीएसई) वित्तीय संस्थानों से जो उधारी लेते हैं, उनकी गारंटी राज्य सरकारें देती हैं। 31 दिसंबर, 2021 तक कुल देय गारंटी 34,992 करोड़ रुपए है। इसमें से 27,040 करोड़ रुपए खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग को देय हैं।
अनुलग्नक 1: मुख्य क्षेत्रों में राज्य के व्यय की तुलना
निम्नलिखित रेखाचित्रों में छह मुख्य क्षेत्रों में अन्य राज्यों के औसत व्यय के अनुपात में मध्य प्रदेश के कुल व्यय की तुलना की गई है। क्षेत्र के लिए औसत, उस क्षेत्र में 30 राज्यों (मध्य प्रदेश सहित) द्वारा किए जाने वाले औसत व्यय (2021-22 के बजटीय अनुमानों के आधार पर) को इंगित करता है। [1]
- शिक्षा: 2022-23 में मध्य प्रदेश ने शिक्षा के लिए बजट का 16.1% हिस्सा आबंटित किया है। अन्य राज्यों द्वारा शिक्षा पर जितनी औसत राशि का आबंटन किया गया (15.2%) उसकी तुलना में मध्य प्रदेश का आबंटन अधिक है (2021-22 बजट अनुमान)।
- स्वास्थ्य: मध्य प्रदेश ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कुल 5.7% का आबंटन किया है। अन्य राज्यों के औसत आबंटन (6%) से यह कम है।
- कृषि: राज्य ने कृषि एवं संबंधित गतिविधियों के लिए अपने बजट का 6.9% हिस्सा आबंटित किया है। यह अन्य राज्यों के औसत आबंटनों (6.2%) से अधिक है।
- ग्रामीण विकास: मध्य प्रदेश ने ग्रामीण विकास के लिए 5.9% का आबंटन किया है। यह अन्य राज्यों द्वारा ग्रामीण विकास के औसत आबंटन (5.7%) से थोड़ा ज्यादा है।
- सड़क और पुल: मध्य प्रदेश ने सड़कों और पुलों के लिए 2.9% का आबंटन किया है। यह अन्य राज्यों द्वारा सड़कों और पुलों के लिए औसत आबंटन (4.7%) से काफी कम है।
- ऊर्जा: मध्य प्रदेश ने ऊर्जा के लिए कुल 8.9% का आबंटन किया है जोकि सभी राज्यों के औसत व्यय (4.4%) से काफी अधिक है।
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नोट: बअ- बजट अनुमान; संअ- संशोधित अनुमान। 2020-21, 2021-22 (बअ), 2021-22 (संअ), और 2022-23 (बअ) के आंकड़े मध्य प्रदेश के हैं।
स्रोत: मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स 2022-23; विभिन्न राज्य बजट; पीआरएस।
अनुलग्नक 2: 2020-21 के बजटीय अनुमानों और वास्तविक के बीच तुलना
यहां तालिकाओं में 2021-22 के वास्तविक के साथ उस वर्ष के बजटीय अनुमानों के बीच तुलना की गई है।
तालिका 7: प्राप्तियों और व्यय की झलक (करोड़ रुपए में)
मद |
2020-21 बअ |
2020-21 वास्तविक |
बअ से वास्तविक में परिवर्तन का % |
शुद्ध प्राप्तियां (1+2) |
1,36,962 |
1,46,435 |
7% |
1. राजस्व प्राप्तियां (क+ख+ग+घ) |
1,36,921 |
1,46,377 |
7% |
क. स्वयं कर राजस्व |
49,126 |
54,484 |
11% |
ख. स्वयं गैर कर राजस्व |
8,860 |
9,902 |
12% |
ग. केंद्रीय करों में हिस्सा |
46,025 |
46,889 |
2% |
घ. केंद्र से सहायतानुदान |
32,910 |
35,102 |
7% |
इसमें जीएसटी क्षतिपूर्ति |
4,728 |
5,293 |
12% |
2. गैर ऋण पूंजीगत प्राप्तियां |
41 |
58 |
42% |
3. उधारियां |
63,448 |
65,171 |
3% |
इसमें जीएसटी क्षतिपूर्ति ऋण |
- |
4,542 |
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शुद्ध व्यय (4+5+6) |
1,83,997 |
1,96,319 |
7% |
4. राजस्व व्यय |
1,54,110 |
1,64,733 |
a |
5. पूंजीगत परिव्यय |
28,350 |
30,356 |
7% |
6. ऋण और अग्रिम |
1,536 |
1,230 |
-20% |
7. ऋण पुनर्भुगतान |
16,346 |
12,757 |
-22% |
राजस्व संतुलन |
17,189 |
-18,356 |
-207% |
राजस्व संतुलन (जीएसडीपी का %) |
1.81% |
-2.0% |
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राजकोषीय घाटा |
47,035 |
49,884 |
6% |
राजकोषीय घाटा (जीएसडीपी का %) |
4.96% |
5.4% |
नोट: नेगेटिव राजस्व संतुलन घाटा दर्शाता है। बअ: बजट अनुमान
स्रोत: विभिन्न वर्षों के मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स; पीआरएस।
तालिका 8: राज्य के स्वयं कर राजस्व के घटक (करोड़ रुपए में)
क्षेत्र |
2020-21 बअ |
2020-21 वास्तविक |
बअ से वास्तविक में परिवर्तन का % |
सेल्स टैक्स/वैट |
11,208 |
9,526 |
-15% |
बिजली पर टैक्स और ड्यूटी |
3,000 |
2,608 |
-13% |
भूराजस्व |
500 |
504 |
1% |
एसजीएसटी |
16,111 |
17,257 |
7% |
वाहन टैक्स |
2,500 |
2,749 |
10% |
स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क |
5,000 |
6,817 |
36% |
राज्य एक्साइज ड्यूटी |
9,000 |
13,296 |
48% |
नोट: बअ: बजट अनुमान
स्रोत: विभिन्न वर्षों के मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स; पीआरएस।
तालिका 9: मुख्य क्षेत्रों के लिए आबंटन (करोड़ रुपए में)
क्षेत्र |
2020-21 बअ |
2020-21 वास्तविक |
बअ से वास्तविक में परिवर्तन का % |
शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति |
33,408 |
30,109 |
-10% |
एसी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों का कल्याण |
5,192 |
4,740 |
-9% |
पुलिस |
7,512 |
6,900 |
-8% |
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण |
10,164 |
9,687 |
-5% |
ग्रामीण विकास |
13,904 |
14,132 |
2% |
परिवहन |
6,385 |
6,564 |
3% |
इसमें सड़कें और पुल |
6,303 |
6,491 |
3% |
जलापूर्ति और सैनिटेशन |
4,688 |
5,034 |
7% |
शहरी विकास |
5,553 |
6,796 |
22% |
समाज कल्याण और पोषण |
10,612 |
13,041 |
23% |
कृषि और संबंधित गतिविधियां |
10,326 |
13,324 |
29% |
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण |
8,144 |
11,015 |
35% |
बिजली |
10,095 |
15,469 |
53% |
आवासन |
2,653 |
5,996 |
126% |
नोट: बअ: बजट अनुमान
स्रोत: विभिन्न वर्षों के मध्य प्रदेश बजट डॉक्यूमेंट्स; पीआरएस।
[1] 30 राज्यों में दिल्ली और जम्मू एवं कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं।
अस्वीकरणः प्रस्तुत रिपोर्ट आपके समक्ष सूचना प्रदान करने के लिए प्रस्तुत की गई है। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च (पीआरएस) के नाम उल्लेख के साथ इस रिपोर्ट का पूर्ण रूपेण या आंशिक रूप से गैर व्यावसायिक उद्देश्य के लिए पुनःप्रयोग या पुनर्वितरण किया जा सकता है। रिपोर्ट में प्रस्तुत विचार के लिए अंततः लेखक या लेखिका उत्तरदायी हैं। यद्यपि पीआरएस विश्वसनीय और व्यापक सूचना का प्रयोग करने का हर संभव प्रयास करता है किंतु पीआरएस दावा नहीं करता कि प्रस्तुत रिपोर्ट की सामग्री सही या पूर्ण है। पीआरएस एक स्वतंत्र, अलाभकारी समूह है। रिपोर्ट को इसे प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के उद्देश्यों अथवा विचारों से निरपेक्ष होकर तैयार किया गया है। यह सारांश मूल रूप से अंग्रेजी में तैयार किया गया था। हिंदी रूपांतरण में किसी भी प्रकार की अस्पष्टता की स्थिति में अंग्रेजी के मूल सारांश से इसकी पुष्टि की जा सकती है।