संचार मंत्रालय के अंतर्गत दूरसंचार विभाग दूरसंचार क्षेत्र के प्रमोशन और रेगुलेशन के लिए जिम्मेदार है। यह विभाग दूरसंचार सेवाएं, परामर्श और उपकरण निर्माण प्रदान करने में शामिल कई सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का भी प्रबंधन करता है। इस नोट में 2025-26 में विभाग के आवंटन, पिछले कुछ वर्षों में व्यय की प्रवृत्तियों की समीक्षा और क्षेत्र से संबंधित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की गई है। 

वित्तीय स्थिति

2025-26 में विभाग को 81,005 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं जो केंद्र सरकार के कुल बजट का 1.6% है।[i]  2025-26 में विभाग का आवंटन 2024-25 के संशोधित अनुमान से 35% कम होने का अनुमान है (तालिका 1)। यह कमी मुख्य रूप से बीएसएनएल में पूंजी निवेश के लिए कम आवंटन के कारण है। 2019 से केंद्र सरकार बीएसएनएल और एमटीएनएल की वित्तीय सेहत सुधारने के लिए रिवाइवल प्लान लागू कर रही है (अधिक जानकारी के लिए पेज देखें)।

तालिका 1: दूरसंचार विभाग को आवंटन (करोड़ रु. में)

 

2023-24 वास्तविक

2024-25 बअ

2024-25 संअ

2025-26 बअ

राजस्व

27,504

27,419

49,413

29,220

पूंजी

59,380

84,496

74,995

51,785

कुल

86,884

1,11,915

1,24,409

81,005

नोट: संअ: संशोधित अनुमान; बअ: बजट अनुमान।
स्रोत: मांग संख्या 13, व्यय बजट, केंद्रीय बजट 2025-26; पीआरएस।
 

वर्ष 2024-25 में विभाग का खर्चा, बजट से 11% अधिक होने का अनुमान है। यह मुख्य रूप से यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) में अतिरिक्त हस्तांतरण के कारण है। यूएसओएफ एक ऐसी आरक्षित निधि है जिसका उद्देश्य कम सेवा वाले क्षेत्रों में दूरसंचार सेवाएं प्रदान करना और अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित करना है। इसका वित्तपोषण सेवा प्रदाताओं पर लगाए गए शुल्क के माध्यम से किया जा रहा है। इसके अलावा बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना को लागू करने के लिए संशोधित चरण में 3,822 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। बजट चरण में इसके लिए एक लाख रुपए का सांकेतिक प्रावधान किया गया था।

व्यय की प्रवृत्तियां

2014-15 और 2025-26 के बीच विभाग के व्यय में 20% सीएजीआर की वृद्धि होने का अनुमान है। 2022-23 से उल्लेखनीय वृद्धि मुख्य रूप से बीएसएनएल/एमटीएनएल के रिवाइवल प्लान के व्यय के कारण है (रेखाचित्र 1)। पिछले 10 वर्षों में विभाग का वास्तविक व्यय, बजट अनुमानों की तुलना में काफी भिन्न रहा है (रेखाचित्र 2)।

रेखाचित्र 1: हाल के वर्षों में व्यय में वृद्धि मुख्य रूप से बीएसएनएल और एमटीएनएल के रिवाइवल प्लान के कारण हुई है

 

नोट: 2024-25 के आंकड़े संशोधित अनुमान के अनुसार; 2025-26 के आंकड़े बजट अनुमान के अनुसार।
स्रोत: विभिन्न वर्षों के केंद्रीय बजट दस्तावेज; पीआरएस।

2015-16 और 2016-17 में, वास्तविक व्यय, बजट अनुमानों से क्रमशः 52% और 29% अधिक था। 2019-20 में वास्तविक व्यय बजट अनुमानों से 4% अधिक था। हालांकि 2020-21 और 2021-22 में वास्तविक व्यय बजट अनुमानों से काफी कम था। ऐसा इसलिए था, क्योंकि बीएसएनएल और एमटीएनएल के रिवाइवल प्लान के आवंटन को अगले वर्षों के लिए कैरीओवर कर दिया गया था। बजट अनुमानों और वास्तविक व्यय में बहुत अधिक विषमता, बजट पूर्वानुमान और योजना कार्यान्वयन से संबंधित समस्याओं का संकेत हो सकता है। 

रेखाचित्र 2: विभाग द्वारा धनराशि उपयोग पिछले कुछ वर्षों में व्यापक रूप से भिन्न-भिन्न रहा है

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नोट: संशोधित अनुमान 2024-25 के लिए वास्तविक माने गए हैं।
स्रोत: विभिन्न वर्षों के केंद्रीय बजट दस्तावेज; पीआरएस।

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